ऐ बादल तुम क्यों रोते हो,तुम तो गगन के साथी होकोयल तुम क्यों मुंह लटकाये,चुपचाप सी बैठी हो ऐ बादल तुम क्यों रोते हो,तुम तो गगन के साथी होकोयल तुम क्यों मुंह लटकाये,चुपचाप ...
हर साल वसंत पंचमी आती हर साल वसंत पंचमी आती
तू चाहे तो, उसका जीवन चुरा ले। ज़िन्दगी जी भरके, सता ले….. तू चाहे तो, उसका जीवन चुरा ले। ज़िन्दगी जी भरके, सता ले…..
अकेलेपन के पैमाने को, अपनेपन का एहसास दे गये... अकेलेपन के पैमाने को, अपनेपन का एहसास दे गये...
सब समझे हैं मैं बीत गया, पर मैं फिर लौट कर आऊँगा है प्रभात नाम मेरा, मैं फिर से नभ पर सब समझे हैं मैं बीत गया, पर मैं फिर लौट कर आऊँगा है प्रभात नाम मेरा, मैं फिर ...
उस खुशबू से रोम-रोम पंकज का महकता है। हर शब्द से एक नया पंकज खिलता है, उस खुशबू से रोम-रोम पंकज का महकता है। हर शब्द से एक नया पंकज खिलता है,